न्यूयॉर्क। कश्मीर में मानवाधिकार के उल्लंघन का कथित मुद्दा बनाकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया भर में आकाश पाताल एक करने पर जुटे हुए हैं और संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी अपने संबोधन इस मुद्दे को उठाने वाले हैं, लेकिन बलूच मूवमेंट के एक नेता इसी मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने पर तुले हुए हैं। फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट के नेता शम्स बलोच ने इमरान खान पर मानव और मानवाधिकार दोनों को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका उद्देश्य पाकिस्तान के असली चेहरे को सामने लाना है। इससे दुनिया को पता चलेगा कि पाकिस्तान मानवता पर धब्बा है। शम्स बलोच ने यहां कहा कि शक्ति का इस्तेमाल करके पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर नियंत्रण हासिल किया है। पाकिस्तान न केवल भारत, अफगानिस्तान और बलूचिस्तान के लिए, बल्कि पूरी दुनिया और मानवता के लिए एक विषाणु है। विदित हो कि ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारतीय मूल के लोगों के संबोधन के दौरान बड़ी संख्या में सिंधी, बलूच और पश्तो समुदाय के लोग वहां पहुंचे और उन लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ एनआरजी स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं विश्व बलूच संस्थान न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार अभियान चला रहा है। बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान घिरता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों के पोस्टर पाकिस्तान के खिलाफ हैं और उन पर लिखा हुआ है कि बलूचों की जिंदगी भी कीमती है। बलूचिस्तान के आंदोलनकारियों के पोस्टर्स में संयुक्त राष्ट्र से गुहार लगाई जा रही है कि बलूचिस्तान मामले में संयुक्त राष्ट्र दखल दे, बलूचिस्तान में लापता हुए लोगों को वापस लाया जाए। संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान बलूचिस्तान मूवमेंट का अभियान पूरे न्यूयॉर्क में चल रहा है।
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